पण्डित कौन?

 *🌹।। ओ३म् ।। 🌹*


🌷 आज के सुविचार 🌷


      पण्डित कौन?

व्यवहारभानु: में महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज, पण्डित की पहचान लिखते हैं।जिसको परमात्मा और जीवात्मा का यथार्थ ज्ञान हो, जो आलस्य को छोड़ कर सदा उद्योगी हो, सुख दुःखादि का सहन करने वाला, धर्म का नित्य सेवन करने वाला हो, जिसको कोई पदार्थ धर्म से छुड़ा अधर्म की ओर न खींच सके, वह पण्डित है।


निषेवते प्रशस्तानी निन्दितानी न सेवते। अनास्तिक:श्रद्दधान एतत् पण्डितलक्षणम् ।।

        *जो सदा प्रशस्त धर्म युक्त कर्मों को करने और निन्दित अधर्म युक्त कर्मों को कभी न सेवन हारा,न कदापि ईश्वर, वेद और धर्म का विरोधी , परमात्मा, सत्य विद्या और धर्म में दृढ़ विश्वासी है, वही मनुष्य पण्डित है।*


🌷 आज का दिन आपके लिए मंगलमय हो । 🌷


🌹🙏।। सुप्रभात ।। 🙏🌹

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