यज्ञ की हवियों से रोग पैदा करने वाले विषैले कीटाणुओं को नष्ट किया जाता है। 

अथर्ववेद के अनुसार--> 
"कथं ह तत्र त्वम् हनो यस्य कृणमो हविर्गृहे।"
 यज्ञ की हवियों से रोग पैदा करने वाले विषैले कीटाणुओं को नष्ट किया जाता है। 
सत्यार्थ प्रकाश में महर्षि लिखते हैं -->
जब तक होम करने का प्रचार रहा तब तक आर्यव्रत देश में कोई रोग नहीं होता था। अब भी प्रचार हो जाए तो फिर देश रोग रहित हो जाएगा।
ऐतरेय ब्राह्मण का प्रमाण है--->  
"यज्ञ: कर्त्तव्य  इतीयमप्याज्ञा तेनैव दत्तास्ति,  तामपि  य उल्लंघयति सोऽपी पापोयान्सन् क्लेशवांश्च भवति।"
ईश्वर ने मनुष्य को प्रतिदिन यज्ञ करने की आज्ञा दी है। 
इसको जो नहीं करता वह पापी  होकर दु:ख का भागी होता है। जल और वायु के शुद्धिकरण तथा बीमारियों की समाप्ति के लिए यज्ञ का करना कराना मनुष्य का धर्म होता है।
 यजुर्वेद के अनुसार-->
 "अग्निर्वर्चो ज्योतिर्वच:।" 
अग्नि जो परमेश्वरप अर्थात सब विद्याओं को दिया करती है। हवन के करने से यह यह यज्ञाग्नि आरोग्य और बुद्धि बढ़ाया करती है।
महात्मा चाणक्य के अनुसार --->
"स्वाहा स्वाहाकार विवर्जितानी, शमशान तुल्यानि  तानि।"
 जिस घर (देश) में आहुति युक्त स्वाहा-स्वधा शब्दों का उच्चारण नहीं होता है। वह घर (देश) दुख विशेष की प्राप्ति होने से शमशान के तुल्य ही होता है। 
शतपथ ब्राह्मण कहता है कि अग्निहोत्र में  विराम नहीं होता। यह जीवन पर्यंत करना अनिवार्य होता है। "अग्निहोत्रं जुहूयात् स्वर्ग कामा:।"
 स्वर्ग (सुख विशेष) की प्राप्ति के इच्छुक यज्ञ का अनुष्ठान अवश्य किया करो।
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 यज्ञ द्वारा रोग के कीटाणुओं को समाप्त करने के लिए अनेकों प्रमाण भरे पड़े हैं। 
वेद और अन्य आर्ष ग्रंथों में प्रमाण उपलब्ध है। लेकिन न जाने क्यों आज वर्तमान समय में क्या हो गया कि आर्य समाजों द्वारा होने वाले यज्ञों पर भी रोक लगा दी गई है। यदि आज पुनः  उसी प्रकार यज्ञ होने आरंभ हो जाएं तो कोरोना आदि किसी प्रकार का वायरस प्रभावी नहीं हो पाएगा।
आर्यसमाजों में यज्ञ बंद कराने की सोच के पीछे--> वैदिक धर्म, आर्यसमाज और महर्षि देव दयानंद सरस्वती जी के विरुद्ध एक षड्यंत्र मात्र है। यदि देश के आर्यसमाजों, गली और चौराहों पर कीटाणु नाशक सोमलता (गिलोय) आदि से यज्ञ प्रारम्भ करा दिये जायें तो कोरोना ही नहीं, बल्कि हर प्रकार के प्रदूषण फैलाने वाले वायरस पूर्णतया समाप्त हो जाएंगे। 
       आपका अपना :-
  स्वामी यज्ञ मुनि सरस्वती
          धन्यवाद सहित।
smelan, marriage buero for all hindu cast, love marigge , intercast marriage , arranged mar  


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