अमृत_कहाँ_है


 



 


 


 


 


उस परमपिता परमात्मा की छाया ही ,उसका आश्रय ही अमृत है और उसके आश्रय से दूर होना - उसकी छाया से दूर होना ही मृत्यु है । अमृत हमारे शरीर में कहां पर है ? हम अपने शरीर में अमृत की प्राप्ति कैसे करें ? इस संसार में यदि अमृत प्राप्त करना है तो परमात्मा की शरण में हमको जाना ही होगा । आप देख रहे हैं वैदिक राष्ट्र यूट्यूब चैनल आज का वैदिक विचार । आप इसी तरह से हमें अपने कमेंट - समीक्षाएं देते रहें 👍लाइक करते रहें शेयर करते रहें धन्यवाद


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