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खाँसी, सर्दी, सीने में समस्या का आयुर्वेदिक इलाज


भाई राजीव दीक्षित जी की आवाज (घरेलू चिकित्सा ज्ञान) को लेख के रूप में


सर्दी, खांसी और जुखाम ये एक ही परिवार के रोग है और इनकी औषोधी (Medicine) भी लगभग एक है।


आइये देखते है आपके रसोई मे सर्दी, खांसी और जुखाम के लिए क्या क्या औषोधी है !!!!!


यह तीनों रोगों की सबसे अच्छी ओषधि है अदरक या सोंठ। अदरक को ही दुसरे नाम मे सोंठ कहते है, जब अदरक सुख जाती है तो सोंठ बन जाती है !


दूसरी सबसे अच्छी औषोधी हल्दी है।


तीसरी सबसे अच्छी औषोधी सर्दी-खासी और जुखाम के लिए चुना है।


चौथी सबसे अच्छी औषधि दालचीनी है।


पांचवी सबसे अच्छी औषधि किसमिस है।


इसके साथ कुछ सहयोगी (Complementary) ओषधि है जो मुख्य (Main) ओषधि के साथ मिश्रित करके उपयोग किया जाता है वो है “काली मिर्च, तुलसी का पत्ता, शहद”।


इन औषोधीयों को लेने का तरीका :


1. अदरक का रस निकाल लीजिये उसको हल्का गरम करके थोड़ा शहद मिला के सुबह खली पेट, दोपहर और शाम को एक एक चम्मच करके पी लीजिये !


2. अदरक के रस के साथ तुलसी का रस मिला लीजिये और हल्का गरम करके शहद या गुड़ मिलाके सुबह खली पेट, दोपहर और शाम को एक चम्मच करके ले लीजिये !


3. एक गलास देशी गाय के दूध मे चौथाई चम्मच हल्दी मिला के उसको कुछ देर उबालके रात को सोते समय लेना है, अगर दूध उपलब्ध नही है तो पानी मे भी ले सकते है ! अगर आपको कच्ची हल्दी मिल जाए तो और भी अच्छा है, छोटे टुकड़े करके दूध मे उबाल सकते है !


i) यह हल्दी टोन्सीलाईटिस (Tonsillitis) के भी सबसे अच्छी औषोधी है।
राजीव भाई के अनुसार बच्चो के टोन्सीलाईटिस का ऑपरेशन नही करना चाहिए।
टोन्सीलाईटिस अगर Chronic है माने पुराना है तो हल्दी को सीधा इस्तेमाल करना है, चम्मच मे आधा हल्दी भरके उसको मुह के अन्दर ले जा के हल्दी डाल देना है फिर लार के साथ मिलके हल्दी अन्दर जाएगी, इस समय पानी नही देना है एक घंटे तक | हफ्ते मे अगर आपने तीन दिन यह कर लिया, तो चौथे दिन बच्चे के टोन्सीलाईटिस ठीक हो जाएगी ! और टोन्सीलाईटिस अगर एक्यूट (Acute) है माने हाल फ़िलहाल मे हुआ है तो आप दूध मे या पानी मे हल्दी मिला के लीजिये |


ii) (Throat Infection) गले की खराश, या गले मे किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन हो, गला बैठ गया है, पानी पीने मे भी तकलीफ हो रही है, लार निकलने मे भी तकलीफ हो रही है, आवाज भरी हो गयी है .. इन सबके लिए एक ग्लास देशी गाय का दूध, एक चम्मच देशी गाय का घी और एक चौथाई चम्मच हल्दी को मिला के कुछ देर उबालना है फिर उसको सिप सिप करके चाय की तरह पीना है शाम को एकबार |


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