आज का वेद मंत्र 

 


 



 


आज का वेद मंत्र 


ओ३म्  शं नो अदितिर्भवतु व्रतेभि: शं नो भवन्तु मरूत: स्वर्का: शं नो विष्णु: शमु पूषा नो अस्तु शं नो भवित्रं शम्वस्तु वायु:।( ऋग्वेद ७|३५|९ )


 अर्थ :-  नियमों सहित अखण्ड धरती माता हमारे लिए सुखदायी हों, शुभ विचार वाले शूरवीर व बड़े विद्वान लोग हमें सुख देने वाले हो, व्यापक परमेश्वर हमें सुखदायक हो, पुष्टिकारक तत्व व ब्रह्मचर्यादि
व्यवहार हमें शान्ति देने वाले हो, अन्तरिक्ष व जल हमें सुखकारी हो, और पवन सुख देने वाला हो। 


 


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