वैदिक सन्देश


   


 


 


        वैदिक सन्देश

        इस भौतिक जीवन में 
  किसी की निंदा या बुराई करना 
       बड़ी मीठी वस्तु लगती है 
 उसकी चाहत भी कम नही होती है  
       साथ ही सच्चाई सत्यता 
      बड़ी कड़वी वस्तु लगती है 
यह जीवन में सबको पचती या यूं कहे 
      कि हज़म नही  होती है पर 
 जीवन में कुछ कह गये कुछ सह गये  
  और कुछ कहते कहते रह गये कि 
 मै सही तुम गलत के खेल में ना जाने 
जीवन के कितने सम्बंध रिश्ते ढह गये 
                  इसलिए 
जीवन में मन को बुराइयो से हटाकर 
     अच्छाईयों की ओर लेकर चले 
    तभी जीवन जीने का उद्देश्य होगा 
 साथ ही जन्म लेना भी सार्थक होगा 
      वैसे जन्म होगा जैसे संसार में 
       अन्य आत्माओ का होता है 
 खाना पीना झगड़ना एक दूसरे की 
 वस्तु को सडयंत्र रचकर छीन लेना आदि करते रहेगें पर ये जीना जीना 
 नही है ये अन्य जीव भी करते है 


 


arya samaj sanchar nager indore -9977987777/9977957777/9977967777


aryavivha.com/aryavivha app/ sarvjatiy parichay samelan /all hindu cast marigge buero /


Popular posts from this blog

ब्रह्मचर्य और दिनचर्या

वैदिक धर्म की विशेषताएं 

अंधविश्वास : किसी भी जीव की हत्या करना पाप है, किन्तु मक्खी, मच्छर, कीड़े मकोड़े को मारने में कोई पाप नही होता ।