फलित ज्योतिष ने मनुष्यो को अकर्मण्य बनाया


हस्तरेखा भविष्यफल जन्मकुंडली मुहूर्त आदि ने मनुष्यों को बहुत भ्रमित कर रखा है। करोड़ों व्यक्ति इस मुहूर्त और भविष्यफल के चक्र में उलझे हुए हैं । *वे लोग दुकान का आरंभ करेंगे तो मुहूर्त देखेंगे । नौकरी करेंगे तो मुहूर्त देखेंगे । शादी विवाह करेंगे, तो मुहूर्त देखेंगे। कॉलेज में एडमिशन लेंगे या कोई यात्रा करेंगे अथवा इसी प्रकार के कार्य तब शुरू करेंगे, जब पहले उसका मुहूर्त देख लेंगे। ये सब मुहूर्त देखने के बाद, जब वे लोग कार्य आरंभ करते हैं, तो उन्हें अपने कार्यों में सफलता मिलनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने शुभ मुहूर्त देखकर ही काम आरंभ किया था। *
 परंतु आप निष्पक्ष भाव से सोचिए, *कि जितने लोग मुहूर्त देखकर काम आरंभ करते हैं क्या वे सब अपने कार्यों में सफल हो पाते हैं? बहुत से लोग असफल होते हैं। व्यापार में घाटा उठाते हैं। मुकदमा हार जाते हैं। नौकरी छूट जाती है। विवाह टूट जाते हैं। क्यों?
जब शुभ मुहूर्त देखकर काम आरंभ किया, तो कार्य में सफलता मिलनी ही चाहिए थी। तो असफल क्यों हुए? इसका उत्तर न उनके पास है, न आपके पास।*
 इस प्रश्न का सही उत्तर है कि हस्तरेखा भविष्य फल मुहूर्त आदि मानना, सब व्यर्थ है. क्योंकि यह सब झूठ है। 
 विदेशों में करोड़ों व्यक्ति हैं, जो बिना मुहूर्त देखे अपना व्यापार नौकरी करते हैं। उनका कोई काम नहीं बिगड़ता। भारत में भी ऐसे लाखों लोग हैं, जो बिना मुहूर्त देखे काम करते हैं और उनके कार्य बहुत अधिक सफल होते हैं । इसलिए मुहूर्त आदि को मानना व्यर्थ है । व्यर्थ की क्रिया में अपना समय शक्ति धन बल विद्या बुद्धि नष्ट न करें।
बस अपनी सुविधा देखें । जब जिस काम को करने की उचित सुविधा मिल जाए, तभी उस काम को करें, और अलग से मुहूर्त देखने की कोई आवश्यकता नहीं है। 
इसी प्रकार से यदि कोई आप पर आक्रमण कर दे, तो आप अपनी रक्षा के लिए क्या पहले मुहूर्त पूछने जाएंगे? या तत्काल अपनी रक्षा का प्रयास करेंगे?
जब आप अपनी रक्षा करने में कोई मुहूर्त की चिंता नहीं करते , तो और कार्यों में क्यों करें? इसलिये यह मुहूर्त आदि सब झूठ है, इससे बचें। 
यदि आप अपने कार्यों की सफलता चाहते हैं, तो तीन बातें अवश्य अपना लें। ईमानदारी से काम करना, बुद्धिमत्ता से काम करना और पूरी मेहनत से काम करना। आप अवश्य सफल होंगे - स्वामी विवेकानंद परिव्राजक


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