जीवन की चुनौती

आज के वातावरण में सुख पूर्वक जीवन जीना सरल नहीं है, बहुत कठिन है। इसके लिए कठिन तपस्या करनी पड़ती है। प्रायः लोग तपस्या करने से घबराते हैं। वे तपस्या करना नहीं चाहते , और शाॅर्टकट मांगते हैं,      कि जीवन बहुत अच्छा सुखदायक चले, इसका कोई शॉर्टकट बताएं। 
परंतु यह उनकी भूल है। जीवन शॉर्टकट से अच्छा नहीं बनता, पुरुषार्थ से बनता है।
अगर कोई व्यक्ति आपसे कहे कि मुझे  आईएएस की डिग्री लेनी है, इसका कोई शॉर्टकट बता दीजिए. तो आप बता पाएंगे? नहीं न ! 
बस यही मैं भी कहता हूं। यदि आपको सुख चाहिए, ऊंची योग्यता चाहिए, उत्तम सुख साधन चाहिए, तो उसका कोई भी शॉर्टकट नहीं है. 
लोग शॉर्टकट अपनाकर जीवन को सरल बनाना चाहते हैं, ऐसा करने से जीवन सरल तो नहीं बनता, बल्कि और अधिक कठिन हो जाता है। समस्याएं और अधिक बढ़ जाती हैं। इसलिए शॉर्टकट की खोज न करें, सत्य की खोज करें। सत्य ही से सुख मिलता है।
तो जीवन की चुनौतियों को स्वीकार करें, उनसे संघर्ष करें, चुनौतियों को जीतें। तब जीवन सुखमय बनेगा। ईश्वर से बल की प्रार्थना करें, वह आपको बल ज्ञान विद्या बुद्धिमत्ता पुरुषार्थ आदि गुण प्रदान करे।  जिससे आप शॉर्टकट को छोड़कर सही रास्ता अपना सकें, और अपने जीवन को सुखी बना सकें।


Popular posts from this blog

ब्रह्मचर्य और दिनचर्या

वैदिक धर्म की विशेषताएं 

अंधविश्वास : किसी भी जीव की हत्या करना पाप है, किन्तु मक्खी, मच्छर, कीड़े मकोड़े को मारने में कोई पाप नही होता ।