छत्रपति शिवाजी महाराज

        हिन्दू ह्रदय सम्राट के नाम से प्रसिद्ध छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम हर हिन्दू के ह्रदय पटल पर अंकित है, इस चरित्रवान वीर योद्धा के साहस, शौर्य और शालीनता की मूर्ति को देख हर हिन्दू को गौरव अनुभव करना भी चाहिए ! आप को आश्चर्य होगा कि धर्मान्ध इस्लामिक कट्टरपंथी आतंकवाद यह कोई आज के तथाकथित मजहबीयों की अथवा पाकिस्तान की देन नहीं है ! इतिहास पढ़ें तो यह मजहबी कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादी कष्टदायक देन तो उनके अनेकों शासन कालों से ही विभिन्न स्वरूपों में कार्यरत है ! कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि जब से इस मजहब का आरंभ हुआ, तब से संसार में किसी न किसी रूप में यह कट्टरपंथी आतंक अमानवीय उपायों और अनैतिक, अन्यायी विचारधारा से विभिन्न सभ्य समाजों में तलवार और मज़हब के नाम पर उत्पीड़न कर, दादागिरी से धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर एक अजीब भय का वातावरण पैदा कर रहा है !


       संसार में साधारण मनुष्यों पर वह अपने कट्टरपंथी मजहबी मान्यताओं को, हमारी समझ में न आने वाली उनकी अजीबोगरीब विचारधारा को अनावश्यक रूप से जबरदस्ती ही थोपना चाहता है और वह इसी को खुदा का फरमान समझ कर वर्तन करने में भी अपने को धार्मिक व सौभाग्यशाली मानता है ! अपने आततायी कर्मों से निर्दोष, निर्बल और निःसहाय मनुष्य समाज को दबाने का प्रयास यह सदा से करता रहा है ! मुगलों के काल को देखो अथवा इसके पहले के और बाद के मुस्लिम शासकों के काल व उनके मज़हबी कार्यों को देखो आप यथाशीघ्र वास्तविकता को समझ जाएंगे ! वीर छत्रपति शिवाजी महाराज भी इस धर्मान्ध विचारधारा के भुक्त भोगी बने लेकिन वह हाथ पर हाथ रखकर चुप करके नहीं बैठे ! उन्होंने उन सब विधर्मीयों, देश धर्म के विरोधी ताकतों का बड़े साहस और बुद्धिमता से सामना किया और विजय प्राप्त करते अपने राज्य की वृद्धि व विकास किया !


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