युवा "सफलं भवतु" शिविर 

                                       


युवाओं के व्यक्तित्व विकास, चरित्र निर्माण, सुखी जीवन, लौकिक व आध्यात्मिक उन्नति एवं सफलता के लिए प्रेरक, मार्गदर्शक, ज्ञानवर्धक...
             युवा
              "सफलं भवतु"
              शिविर 


जीवन में उत्साह उमंग का 
                    संचार करने वाला,
सफलताओं के खजानों का
                    राज बताने वाला,
मनोनियंत्रण जितेंद्रियता का 
                   उपाय बताने वाला,
ध्यान योग से ईश्वर में 
                 विचरण कराने वाला,
मन बुद्धि आत्मा को 
                   सुन्दर सजाने वाला,
सुख शांति समृद्धि के 
                     द्वार खोलने वाला,
समस्याओं और शंकाओं का
               समाधान बताने वाला,
दुर्गुण दुर्व्यसन और दुःखों को
                        दूर करने वाला,
है कौन ? अद्भुत जो ये
                       सब करने वाला, 
15 फरवरी को सायं 
                      है वो आने वाला,
है वो एक शिविर
          जैसा नाम वैसा फल वाला
युवा "सफलं भवतु" 
                          इस नाम वाला
आर्यवन के सुरम्य क्षेत्र में
           आयोजित है होने वाला।।


 


 मुख्य विषय - 
आध्यात्मिक उन्नति,
लौकिक उन्नति,
सफलता विज्ञान,
सफलता के सूत्र,
आत्मविश्वास,
मनोनियंत्रण,
जितेंद्रियता,
ब्रह्मचर्य,
महर्षि पतंजलि जी प्रणीत योगविद्या,
ध्यान- क्या? क्यों? कैसे? कब?,
गायत्री मंत्र, देवयज्ञ (अग्निहोत्र),
अंधविश्वास निवारण,
सुखी जीवन के उपाय,
हताशा-निराशा, चिंता-तनाव, क्रोध व दुःख से बचने के उपाय...आदि।


🌻 शंका समाधान के विशेषज्ञ व महान् दार्शनिक विद्वान् पूज्यश्री स्वामी विवेकानंद जी परिव्राजक से व्यक्तिगत समस्याओं और शंकाओं के समाधान का अवसर प्राप्त होगा।


🌼 वेद, ईश्वर, आत्मा, प्रकृति, कर्मफल, पुनर्जन्म, स्वर्ग, नरक, मोक्ष, मृत्यु, पाप-पुण्य, फलित ज्योतिष, भूतप्रेत, देवी-देवता आदि आध्यात्मिक विषयों को तर्क व प्रमाणों से समझाया जाएगा।


🌻 शिविर में 7 बार ध्यान व 5 बार अग्निहोत्र (यज्ञ) का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक शिविरार्थी को प्रत्येक बार अग्निहोत्र करने का अवसर रहेगा।


🌼 दिनांक 15 फरवरी को मध्याह्नोत्तर 3:00 बजे तक शिविर स्थल पर पहुंचना है। 5:00 बजे शिविर प्रारंभ हो जाएगा। 19 फरवरी को दोपहर लगभग 12:00 बजे शिविर समाप्त हो जाएगा।


🌻 केवल पुरुषों के लिए, स्थान सीमित 


🌼 आयु 15 से 55 वर्ष 


🌻 व्यवस्था शुल्क - 1200/- 
जो किसी कारण शुल्क देने में असमर्थ हैं, उन्हें योग्य जानकर शुल्क में छूट प्रदान की जा सकती है। शिविरार्थियों के लिए देशी गाय के दूध की व्यवस्था रहेगी तथा भोजन, मिठाई में देशी गाय के घी और अच्छे तेल का प्रयोग किया जाएगा। प्रत्येक शिविरार्थी को 5 बार यज्ञ करने का अवसर प्राप्त होगा उस में प्रयुक्त गाय का घी व हवन सामग्री भी अच्छे स्तर की रहेगी। प्रत्येक शिविरार्थी को कुछ साहित्य प्रदान किया जायेगा अच्छी आवास व्यवस्था और स्वच्छता का ध्यान रखा जायेगा...आदि के आधार पर व्यवस्था शुल्क निर्धारित किया गया है।


🌼 आवेदन करने हेतु http://tiny.cc/5p9efz इस लिंक पर क्लिक करें तथा इस शिविर से संबंधित आवेदन पत्र (Application Form) भरें अथवा हमारी वेबसाइट में जाकर Online Application पर क्लिक कर इस शिविर का चयन करते हुए आवेदन करें। स्वीकृति मिलने पर ही शिविर में भाग लेवें।


🌻 आयोजक - दर्शन योग महाविद्यालय, रोजड़
 निदेशक - स्वामी विवेकानंद जी परिव्राजक 
 मुख्य आचार्य - स्वामी ब्रह्मविदानंद जी सरस्वती
🌼 सहयोगी संस्था - आर्यवन विकास फार्म ट्रस्ट, रोजड़
 प्रधान - श्री मनसुखभाई जी वेलाणी
 मंत्री - श्री जशवंतभाई जी पोकार


🌻 शिविर स्थल -  दर्शन योग महाविद्यालय, आर्यवन, रोजड़, पत्रा.-सागपुर, जिला- साबरकांठा (गुजरात)
🌼 अधिक जानकारी के लिए संपर्क सूत्र- 
9409415011, 9409415017, 8469567330


 🌻 विशेष - कृपया अपने परिचितों, रिश्तेदारों को इस शिविर की जानकारी फेसबुक, व्हाट्सएप आदि से देकर, प्रेरित कर उन्हें भी लाभान्वित कर सकते हैं।
                    - व्यवस्थापक 


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