अभिमान
दया छोड़कर जो दीनों का,शोषण कर अपमान करे।
बात-बात में शक्ति प्रदर्शन,स्वयं व्यर्थ गुणगान करे।
धन बल वैभव मिला ज्ञान तो,भूला गया सम्मान मनुज,
ज्ञानी उसे नहीं कह सकते,जो ज्ञानी अभिमान करे।
दया छोड़कर जो दीनों का,शोषण कर अपमान करे।
बात-बात में शक्ति प्रदर्शन,स्वयं व्यर्थ गुणगान करे।
धन बल वैभव मिला ज्ञान तो,भूला गया सम्मान मनुज,
ज्ञानी उसे नहीं कह सकते,जो ज्ञानी अभिमान करे।