तुम्हारे लब खिलें यूं ही,गुलाबों की तरह महंकेें।

तुम्हारे लब खिलें यूं ही,गुलाबों की तरह महंकेें।
दुआ मेरी तुम्हारे घर,परिंदे प्यार के चहकें।
भरा आंचल तुम्हारा हो,सदा खुशियों के फूलों से,
मिले मंजिल तुम्हें जल्दी,नहीं पथ से कदम बहकें।


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