तीव्रगति से बढ़ो
तीव्रगति से बढ़ो
श्रेष्ठ पुरुष तुम्हारे आगे हैं और दुष्ट-डाक तुम्हारे पीछे, तुम मध्य में दोनों का अन्तर तुम्हारे से बराबर है। पर तुम पग बहुत मन्द गति से उठा रहे हो श्रेष्ठ को खो बैठोगे, वे दूर निकल जायेंगे, और डाकू तुम को पकड़ लेंगे । फिर तुम लुट जाओगे । आगे जा नहीं सकोगे। अतः अपनी गति ज़रा तीव्र करो कि तुम श्रेष्ठ लोगों के साथ जा मिलो। फिर तुम सुरक्षित हो जानोगे । दुष्ट तुम से दूर रह जाएंगे--उनकी पकड़ से निकल जाओगे।