NRC और CAA में क्या अंतर है 

NRC और CAA में क्या अंतर है 


              NRC (National Register Citizenship) CAA (Citizenship Amendment Act.)
          1. NRC में भारत में घुसने वाले विदेशी घुसपेठियों को बाहर निकालने की बात करता है अर्थात इस कानून के माध्यम से विदेशी घुसपेठियों की नागरिकता को छीनना है। जब की CAA के माध्यम से पकिस्तान,बांग्लादेश और अफगानिस्तान में जिनके साथ धार्मिक प्रताड़ना हो रही है या हुई है और जो 31 दिसम्बर 2014 को या इससे पहले भारत आ गए है और जिनको प्रताड़ित करके भगाया गया है उनको नागरिकता दी जाएगी।
           2. NRC के माध्यम से उन लोगो को भारत का नागरिक माना जायेगा जो 24 मार्च 1971 को या फिर इससे पहले भारत के नागरिक है। जबकि CAA में उन लोगो को नागरिकता दी जाएगी जो 31 दिसम्बर 2014 को या उससे पहले भारत आये थे।
          3. NRC का धर्म से कोई लेना देना नहीं है अर्थात जो भी विदेशी है जिसने घुसपैठ किया है उसे देश छोड़कर जाना होगा उसे बाहर किया जायेगा जिसका नाम इस रजिस्टर में नहीं होगा। लेकिन CAA के अनुसार जो धार्मिक रूप से प्रताड़ित है उन लोगो को नागरिकता दी जाएगी तो इसका सम्बन्ध धर्म से है धार्मिक प्रताड़ना से है जो कि वो देश है बांग्लादेश,अफगानिस्तान और पकिस्तान आर्थात ये कानून उन देशों से है जो अलपसंख्यक धार्मिक प्रताड़ित है उनको देश में नागरिकता देने की बात कर रहा है। इसका भारत के जो मुसलमान है या जो भारत के नागरिक है उनसे कोई लेना – देना नहीं है उनके साथ कोई भी भेदभाव नहीं हो रहा है।
        4. NRC मुख्य रूप से बांग्लादेश से आने वाले घुसपेठियों को बाहर निकालने के लिए लागु किया गया है। जबकि CAA में पाकिस्तान,अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अवैध प्रवासियों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है।
        5. NRC का विरोध लगभग असम में रहने वाले सभी धर्मों के लोग कर रहे है। जबकि CAA का विरोध मुख्य रूप से मुस्लिम समुदाय के लोग कर रहे है।
        6. NRC को अभी केवल असम में लागु किया गया है। जबकि CAA का प्रावधान पुरे देश में लागू है।


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