मंजिल को पाने बढ़ो एक लक्ष्य साधकर

मंजिल को पाने बढ़ो एक लक्ष्य साधकर,
डर वाली बातें बेअसर होनी चाहिए।


सबसे अलग यदि पहचान चाहते हो,
शक्ति-साधना भी तो प्रखर होनी चाहिए।


असफलता ही बने सोपान सफलता का
राह के कंटकों को खबर होनी चाहिए।


पँहुचायेगी ही राह मंजिल के द्वारे तेज
लक्ष्य पे रहे सदा नजर होनी चाहिए।


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