मानव जीवन अधिक व्यस्त है


       आज का मानव जीवन बहुत अधिक व्यस्त है। प्रत्येक व्यक्ति के पास इतना काम है, कि उसे थोड़ी भी फुर्सत नहीं मिलती। और कहीं कहीं तो कुछ लोगों ने अपनी व्यस्तता जानबूझकर भी बढ़ा रखी है। ऐसे लोग सदा चिंताओं से ग्रस्त ही रहते हैं । कभी भी निश्चिंतता का अनुभव नहीं कर पाते।
       प्रिय सज्जनो !  चिंताएं तो कभी खत्म नहीं होंगी, और काम भी कभी खत्म नहीं होगा। यह संसार अनादि काल से चल रहा है और अनन्तकाल तक ऐसे ही चलता रहेगा। आपको संसार की इस व्यस्त प्रक्रिया में से ही, कुछ समय अपने शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, मानसिक स्वास्थ्य के लिए, आत्मिक प्रसन्नता के लिए निकालना होगा। 
       इसलिए जब भी ऐसा अवसर मिले, थोड़ा भी समय मिले, तो उसका सही उपयोग करें। शारीरिक स्वास्थ्य के लिए थोड़ा व्यायाम अवश्य करें। मानसिक प्रसन्नता के लिए कुछ मनोरंजन भी करें। आत्मिक उन्नति के लिए कुछ ईश्वर का ध्यान भी करें। ऐसा करने से आपका जीवन संतुलित प्रसन्न और आनन्दित होगा।


- स्वामी विवेकानंद परिव्राजक


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