करूँ विनय शारदे, वचन तो मुझे आज दे।

करूँ विनय शारदे, वचन तो मुझे आज दे।
रखो शरण में सदा,सृजन का सुनो राज दे।।


नवीन नित गान हो,कलम नित्य हाथ हो।
सदा मधुर बात हो,सुखद नेह साथ हो।।


विराज हिय शारदे ,जगत को दुलार दे।
यही सकल भावना ,फिर जरा निहार दे।।


रखें मनुज कामना,कमल सा निखार दो।
सुनो गगन को छुऐं,सरल मातु प्यार दो।।


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