हो सके तो खुशियां बाटी

*हो सके तो खुशी बांटिये,*
*रिश्तों में कुछ सरसराहट बांटिये !*
 
*निराश सी हो चली है ज़िन्दगी बहुत,*
*थोड़ी सी इसमें शरारत बांटिये !*
 
*सब यूँ ही भाग रहे हैं परछाइयों के पीछे,*
*अब सुकून की कोई इबादत बांटिये !*
 
*ज़िन्दगी यूँ ही न बीत जाये गिले शिकवों मे*
*बेचैनियों को कुछ तो राहत बांटिये...!!!*


🙏🏼🌹 *GOOD MORNING* 🌹🙏🏼


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