गृहस्थाश्रम की सफलता के उपाय (विवाह से पूर्व)

गृहस्थाश्रम की सफलता के उपाय 


विवाह से पूर्व


         जब कन्या या वर के विवाह का समय हो तो उनके अध्यापक अथवा माता-पिता उनके गुण, कर्म और स्वभाव की भली-भाँति परीक्षा कर लें। जब दोनों का निश्चय विवाह करने का हो जाय, तो यदि अध्यापकों के समक्ष विवाह करना चाहें तो वहाँ, नहीं तो कन्या के माता-पिता के घर में विवाह होना योग्य है। कन्या और वर के खान-पान का उत्तम प्रबन्ध वैवाहिक-विधि से पूर्व होना चाहिये, जिससे उनका ब्रह्मचर्यव्रत और विद्याध्ययनरूप तपश्चर्या से दुर्बल शरीर चन्द्रमा की कला के समान बढ़कर थोड़े ही दिनों में पुष्ट हो जाये।


       पश्चात् उपयुक्त समय वेदी और मण्डप रचकरअनेक सुगन्धादि द्रव्य और घृतादि का होम करके वैदिक-विधि के अनुसार विद्वान् पुरुष और स्त्रियों के सामने पाणिग्रहणपूर्वक विवाह-विधि पूरी करें।


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