दिसम्बर की जाड़े की रात 



        दिसम्बर की जाड़े की रात 


☔दिसम्बर की जाड़े की रात ,
ऊपर से बारिश की बूंदो का आगाज ,
खुशनुमा मौसम हो गया आज ,
लाई बारिश भीगी-भीगी सी रात ...


☔बैठो आराम से सारे  कंबल में, 
और मिलकर करो कुछ बात, 
अरे यूं ना खामोश बैठो, 
नहीं ज्यादा थोड़ा सा दो साथ...
 
☔दिन भर की भाग दौड़ से कुछ तो राहत पाओ,
चलो आज सारे मिलकर महफिल सजाओ, 
मूंगफली और गज्ज़क भी साथ ले आओ, 
थोड़ा गाओ, थोड़ा खाओ, थोड़ा मुस्कुराओ ,
कुछ इस तरह आज रात बिताओ...
 
☔यादगार बना लो हर पल को अपने, 
कुछ मैं कहूं कुछ तुम कहो ,
यूं ही बीत जाये सारी रात ,
 जाडे़ की बरसात का ऐसे लुत्फ उठायें,
आओ चलो हम कोई  गीत गुनगुनायें ...


 


Popular posts from this blog

ब्रह्मचर्य और दिनचर्या

वैदिक धर्म की विशेषताएं 

अंधविश्वास : किसी भी जीव की हत्या करना पाप है, किन्तु मक्खी, मच्छर, कीड़े मकोड़े को मारने में कोई पाप नही होता ।