भगवान भजन करने के लिए

भगवान भजन करने के लिए


भगवान भजन करने के लिए जो प्रातः समय उठ जाता है।


आनन्द की वर्षा होती है दुनियाँ में वही सुख पाता है।।


संसार को जिसने जान लिया, परमेश्वर को पहचान लिया


यह निश्चय मन में ठान लिया, क्या इस दुनियां का नाता है।।


नहीं निदा सुन घबराता जो नहीं मान से अन्तर लाता जो।


इस सेवा धर्म कमाता जो, वह ऊँचा ही उठ जाता है।।


जो उत्तम कर्म कमाता है, नहीं पौत से भय वह खाता है।


हँस-हँस कर प्राण गंवाता है, वह सच्चा वीर कहाता है।।


देश का कर कल्याण पिता, देकर शक्ति का दान पिता।


जग भर में दे सम्मान पिता, यूं कह कर शीश झुकाता है।।


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