यज्ञ-महिमा
यज्ञ-महिमा
सुखमय होगा सब संसार .......
सुखमय होगा सब संसार, नर-नारी हवन रचाओ।
नर-नारी हवन रचाओ, परिवारी हवन रचाओ ।।
पावन हो पवन हवन से, टकराती ऊपर घन से।
नभ से बरसे जल की धार, नर-नारी हवन रचाओ।।
जल से होती हरियाली, फल-फूल लगे हर डाली।
हो हर प्राणी का उपकार, नर-नारी हवन रचाओ।।
वृक्षों से मिलता चारा, पशुओं का होय गुजारा।
होवे पय घृत की भरमार, नर-नारी हवन रचाओ।।
सुख पावे जनता सारी, ना फैले कुछ बीमारी।
सबको शुद्ध मिले आहार, नर-नारी हवन रचाओ।।
सर्वोत्तम यज्ञ बताया, ऋषि मुनियों ने अपनाया।
करते हैं नरदेव प्रचार, नर-नारी यज्ञ रचाओ।।