संस्था-समाचार

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         होली पर्वसम्पन्न-२ मार्च शुक्रवार को वासन्ती नवसस्येष्टि पर्व के अवसर पर ऋषि उद्यान में प्रातः काल विशेष यज्ञ किया गयातत्पश्चात् ९बजे से १२ बजे तक भजन, प्रवचन हुए। इस कार्यक्रम में श्रीमती मनीषा शास्त्री, श्रीमती विजय शर्मा, ब्र.शिवनाथ आर्य वैदिक, ब्र. ज्ञाननिष्ठ आर्य, ब्र. ज्ञानप्रकाश आर्य, श्री लक्ष्मण मुनि, युवा कवि श्री हेमन्त आर्य, श्री विजय सिंह गहलोत, आर्य समाज केसरगंज के मंत्री श्री चान्दराम आर्य आदि ने पर्व के विषय में अपने-अपने विचार व्यक्त किये। श्री शान्तिदेव जी आर्य एवं श्रीमती कुमुदिनी आर्य अलग-अलग राजस्थानी लोक गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन स्वामी विष्वङ् परिव्राजक जी के व्याख्यान पश्चात् हुआ। श्री वासुदेव आर्य जी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए होली गीत सुनाया। कार्यक्रम में श्रीमती ज्योत्स्ना धर्मवीर जी, श्री सुभाष नवाल जी, श्री रामगोपाल गर्ग जीनगर आर्यसमाज के अधिकारी, सदस्य एवं अन्य नगरवासी सपरिवार उपस्थित रहे। दोपहर सामूहिक भोज के पश्चात् होली का यह उत्सव हर्षोल्लासपूर्वक सम्पन्न हुआ।


             विवाह वर्षगाँठ,पुण्यतिथि पर यज्ञ- ऋषि उद्यान की यज्ञशाला में ६ मार्च को श्री रमेश मुनि जी ने अपने पिता श्री पृथ्वीराज जी की स्मृति में यज्ञ किया । ८ मार्च को ब्यावर निवासी श्री अशोक आर्य ने अपने विवाह वर्षगांठ पर यज्ञ कियासभा के कोषाध्यक्ष श्री सुभाष नवाल और उनके भाई श्री ओमप्रकाश नवाल ने अपने पिता स्व. मथुराप्रसाद नवाल की स्मृति में यज्ञ किया।       


             अतिथि- अजमेर नगर में केसरगंज स्थित ऐतिहासिक महर्षि दयानन्द आश्रम, अनुसन्धान भवन एवं वैदिक पुस्तकालयऋषि निर्वाण स्थल-भिनाय कोठी, ऋषि उद्यान स्थित महर्षि दयानन्द सरस्वती संग्रहालय, महर्षि दयानन्द आर्ष गुरुकुल आदि देखने, संन्यासियों-विद्वानों से मिलकर शंका-समाधान करने, उपदेश ग्रहण करने, दैनिक यज्ञ एवं प्रवचन से लाभ लेने, पुष्कर आदि पर्यटन स्थलों में भ्रमण एवं आर्यसमाज के प्रचार के लिए देश-विदेश के संन्यासी, वानप्रस्थी, विद्वान्, ब्रह्मचारी, आर्यवीर, आर्यसमाज के कार्यकर्ता, गृहस्थ स्त्री-पुरुष और बच्चे निरन्तर आते रहते हैं। सभी आगन्तुकों के निवास एवं नाश्ता, भोजन, दूध आदि की समुचित व्यवस्था ऋपि उद्यान में उपलब्ध रहती है। पिछले १५ दिनों में झालनाब्यावर, जयपुर, इटारसी, बैंगलोर, दिल्ली, कोटा, अहमदाबाद हरिद्वार, बागपत, चाँपानेरी, उदयपुर, झोसूकला, बीकानेरश्रीगंगानगर, हनुमानगढ, बांदा, चांपानेर, चित्तौड़गढ़ आदि स्थानों से ५९ अतिथि आये। इसी क्रम में माँ शारदा कन्या विद्यापीठ, अमरकण्टक म.प्र. की ३६ बालिकाएँ बस द्वारा ऋषि उद्यान देखने आयीं।


            दैनिक प्रवचन-प्रात:कालीन सत्संग में आचार्य सत्येन्द्र जी एवं आचार्य सोमदेव जी के व्याख्यान हुए। सोमवार से शक्रवार तक सायंकालीन सत्संग में आचार्य सत्येन्द्र जी के व्याख्यान हुए। शनिवार सायंकालीन प्रवचन में श्रीमती विजय शर्मा जी ने अपने विचार प्रस्तुत किये एवं डॉ. नन्दकिशोर काबरा जी ने कवितापाठ किया।रविवार प्रात:कालीन सत्संग में ब्र. उत्तम जी ने भजन सुनाया तथा सायंकालीन प्रवचन में ब्र. मनोज जी ने व्याख्यान किया।


           एन.डी.आर.एफ. द्वारा पूर्वाभ्यास- ऋषि उद्यान आनासागर तट पर १४, १५ मार्च को राष्ट्रीय आपदा सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बाढ़ से लोगों को बचाने का पूर्वाभ्यास किया। इस पूर्वाभ्यास में तैराकों, गोताखोरोंबोटचालकों एवं अन्य सहायक कर्मचारियों ने तीव्र गति बचाव कार्य करने का प्रदर्शन किया। बाढ़ में फंसे लोगों की सहायता के लिये काम आने वाले अत्याधुनिक उपकरणोंदूरसंचार के साधनों तथा घटनास्थल पर तत्काल बनाये जा सकने वाले सहायक साधनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई । १५ मार्च को प्रातः ११ बजे समापन अवसर पर अजमेर के जिलाधीश, आई. जी., पुलिस के अन्य अधिकारीगण, एनडी. आर. एफ. राजस्थान एवं गुजरात के अधिकारीगणस्वामी विष्वङ् परिव्राजक, आर्यवीर दल के जिला मंत्री श्री विश्वास पारीक, आर्ष गुरुकल ऋषि उद्यान के आचार्य एवं ब्रह्मचारीगण तथा वानप्रस्थी. संन्यासीगण उपस्थित रहै ।


 


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