समय बड़ा बलवान

जगत में समय बड़ा बलवान


सबके सर पर राज करे


हो निर्धन या धनवान


जगत में समय बड़ा बलवान


पल में राज पलट जाते हैं


तख्तो ताज उलट जाते हैं


घटने वाले बढ़ जाते हैं


बढ़ने वाले घट जाते हैं


पल में क्या से क्या हो जाए


हर कोई हैरान


जगत में समय बड़ा बलवान


कल था मस्त जो रंग रलियों में


रंग महल फूलों कलियों में


आज उसी को हमने देखा


भीख मांगते इन गलियों में


समय की उंगली पर दुनिया में


नाचे हर इंसान


जगत में समय बड़ा बलवान,


इक समय खुशियां लाता है


मानव गाता मुसकाता है


ऐसा दिन भी आता है जब


दिल का बाग उजड़ जाता है


पल में आँसू बन बहती है


चेहरे की मुस्कान


जगत में समय बड़ा बलवान


'पथिक' दुःख में फंसते देखा


बीच भंवर के धंसते देखा


उठी पलक को लहरों पर ही


खिलखिलाते हंसते देखा


और उठाकर खुद साहिल पे


छोड़ गया तूफान


जगत में समय बड़ा बलवान


 


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