पंच महायज्ञ


पंच महायज्ञ


 


प्रश्न 1    यज्ञ किसे कहते हैं?


उत्तर-     सभी श्रेष्ठ कर्मों का नाम यज्ञ है।


 


प्रश्न 2   महायज्ञ कितने हैं? उनके नाम लिखो |


उत्तर-     महायज्ञ पाँच हैं - (1) ब्रह्मयज्ञ (2) देवयज्ञ (3) पितृयज्ञ (4) अतिथि-यज्ञ (5) बलिवैश्वदेव-यज्ञ


 


प्रश्न 3    ब्रह्मयज्ञ किसे कहते हैं?


उत्तर-      ब्रह्मयज्ञ संध्या को कहते हैं


 


प्रश्न 4     देवयज्ञ क्या है?


उत्तर-      अग्निहोत्र अर्थात् हवन को देवयज्ञ कहते हैं।


 


प्रश्न 5     हवन क्यों करना चाहिए?


उत्तर-       आजकल संसार के सामने प्रदूषण एक भयानक समस्या बनी हुई है। इस को रोकने का एक ही मुख्य साधन है और वह है यज्ञ।


 


प्रश्न 6      यज्ञ से वायु किस प्रकार शुद्ध होती हैं?


उत्तर-       जैसे अग्नि में मिर्च डालें तो दूर-दूर तक वातावरण दूषित हो जाता है। ठीक इसी प्रकार यदि हम अग्नि में घी तथा जड़ी बूटी युक्त सामग्री डालें तो वह दूर-दूर तक वातावरण को शुद्ध तथा सुगन्धित कर देगी।


 


प्रश्न 7      पितृयज्ञ किसे कहते हैं?


उत्तर-       माता, पिता एवं गुरूजनों की सेवा करना ही पितृयज्ञ है।


 


प्रश्न 8     अतिथि-यज्ञ क्या है?


उत्तर-      घर पर आए हुए विद्धवानों का सत्कार करना अतिथि-यज्ञ कहलाता है।


 


प्रश्न 9    बलिवैश्वदेव-यज्ञ किसे कहते हैं?


उत्तर-     पशु, पक्षी, कीट, पतंग आदि पर दया करना और इन्हें खाना खिलाना बलिवैश्वदेव-यज्ञ कहलाता है।


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