जात कर्म संस्कार के समय (गीत)


जात कर्म संस्कार के समय (गीत)


हुआ शुभ जन्म लालन का बधाई है बधाई है।


करें गुणगान ईश्वर का बधाई है बधाई है।।


पढ़ें विद्या ये गुरुकुल में बने विद्वान वेंदों का 


करे ब्रह्मचर्य का पालन बधाई है, बधाई है।।१


धनुर्धारी हो अर्जुन सा, बली हो भीम, भीष्म सा।


हो दानी कर्ण के सानी बधाई है, बधाई है।।२


करें पालन पिता आज्ञा हजारों कष्ट सह सहकर


हरे दु:ख द्वन्द जननी का बधाई है, बधाई है।


बने श्रीराम सा बुद्धिमान रहे आरोग्य जीवन में


अमर संसार में हो बस बधाई हैं, बधाई है।। ४


है सौ-२ बार आशीर्वाद इसको नित्य 'गुलशन' का


हो वैदिक वीर भरत में बधाई है, बधाई है।


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