हृदय स्पर्श विधि
हृदय स्पर्श विधि
-द्वारा पति-पत्नी यह व्रत लेते हैं कि वे प्रत्येक कार्य को करते समय एक दूसरे के हृदय को स्पर्श करें अर्थात् दिल को टटोलें कि अमुक कार्य करने में मेरे जीवन साथी का दिल क्या बोलता है। पति हो या पत्नी, वह अपने जीवन-संगी की भावनाओं की रक्षा का विचार रखते हुए ही किसी कार्य को करे।