दानाभक्ष और दानाध्यक्ष किसको कहते हैं

                       


     प्र.) दानाभक्ष और दानाध्यक्ष किसको कहते हैं?


     उ.) जो दाता के दान का भक्षण करके अपना स्वार्थ सिद्ध करता जाय वह दानाभक्ष और दाता के दान को सुपात्र विद्वानों को देकर विद्या और धर्म की उन्नति कराता है वह दानाध्यक्ष कहाता है।


Popular posts from this blog

ब्रह्मचर्य और दिनचर्या

वैदिक धर्म की विशेषताएं 

अंधविश्वास : किसी भी जीव की हत्या करना पाप है, किन्तु मक्खी, मच्छर, कीड़े मकोड़े को मारने में कोई पाप नही होता ।