भजन-कीर्तन (ओ३म् प्यारा )
भजन-कीर्तन
ओ३म् प्यारा
तू है सच्चा पिता, सारे संसार का ओ३म् प्यारा।
तू ही तू ही है रक्षक हमारा॥
चांद सूरज सितारे बनाए, पृथ्वी आकाश पर्वत सजाए।
अन्त आया नहीं तेरा पाया नहीं पारावारा।
तू ही तू ही है रक्षक हमारा ॥ तू है सच्चा....
पक्षीगण राग सुन्दर हैं गाते, जीव जन्तु भी सिर हैं झुकाते।
उसको ही सुख मिला, राह तेरी चला, तेरा प्यारा।
तू ही तू ही है रक्षक हमारा॥ तू है सच्चा....
पाप पाखण्ड हम से छुड़ाओ, श्रेष्ठ मार्ग से हम को चलाओ
लगे भक्ति में मन, करे सन्ध्या हवन जग सारा।
तू ही तू ही है रक्षक हमारा ॥ तू है सच्चा...
अपनी भक्ति में मन को लगाना, कष्ट सारे हमारे मिटाना।
दुखियों कंगालों का, और धनवालों का तू सहारा॥
तू ही तू ही है रक्षक हमारा॥ तू है सच्चा...