आपत्काल में मांस खाना सही या नहीं

                             


        प्र.) जिस देश में सिवाय मांस के अन्य कुछ नहीं मिलता, वहां वा आपत्काल में अथवा रोगनिवृत्ति के लिये मांस खाने में दोष नहीं होता|


           उ.) यह आपका कहना व्यर्थ है, क्योंकि जहां मनुष्य रहते हैं, वहां पृथिवी अवश्य होती हैजहां पृथिवी है वहां खेती वा फल फूल आदि होते हैं और जहां कुछ भी नहीं होता, वहां मनुष्य भी नहीं रह सकते। और जहां ऊसर भूमि है, वहां मिष्ट जल और फलाहारादि के न होने से मनुष्यों का रहना भी दुर्घट है। और आपत्काल में भी अन्य उपायों से निर्वाह कर सकते हैं जैसे मांस के न खाने वाले करते हैंऔर बिना मांस के रोगों का निवारण भी औषधियों से यथावत् होता है, इसीलिये मांस खाना अच्छा नहीं। 


                                                               महर्षि दयानन्द सरस्वती 


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