आली तुम्हारा बनड़ा (गीत)


आली तुम्हारा बनड़ा (गीत)


कैसा हुशियार आली तुम्हारा बनड़ा।


आली तुम्हारा बनड़ा, तुम्हारा बनड़ा।।    कैसा हुशियार।।


बचपन से है ब्रह्मचारी, अरे हाँ ब्रह्मचारी।


शोभा-गुण खान आली तुम्हारा बनड़ा।।    कैसा हुशियार।।


माता पिता की सेवा, पिता की सेवा।


समझे कर्त्तव्य आली तुम्हारा बनड़ा।।      कैसा हुशियार।।


बूढ़े बड़ों की इज्जत-बड़ों की इज्जत।


करता सम्मान आली तुम्हारा बनड़ा ।।     कैसा हुशियार।।


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