सुख, शान्ति और आनन्द


 


प्रश्न 1    हमारे देश प्राचीन नाम क्या था?


उत्तर-    आर्यावर्त


 


प्रश्न 2   हमारा प्राचीन नाम क्या था?


उत्तर-   आर्य


 


प्रश्न 3   ये संसार कब बना?


उत्तर-   एक करोड़ 96 लाख वर्ष पूर्व


 


प्रश्न 4    ये संसार और कितने वर्ष तक चलता रहेगा ?


उत्तर-    दो करोड़ 36 लाख वर्ष


 


प्रश्न 5    सुख, शान्ति और आनन्द में क्या भेद हैं?


उत्तर-   • सुख इन्द्रियों को प्राप्त होता है, जैसे स्वादिष्ट खाना से। यह सांसारिक पदार्थो से मिलता है। ० शान्ति मन को मिलती है। जैसे किसी दुखी की सहायता करने से। आनन्द आत्मा को प्राप्त होता है। यह परमात्मा की भक्ति से ही प्राप्त होता है।


 


प्रश्न 6     स्वर्ग और नरक क्या हैं और कहाँ हैं?


उत्तर-     स्वर्ग और नरक इसी संसार में, इसी जीवन में हैं। जहाँ परिवार सुखी है, वहाँ स्वर्ग है। जहाँ दु:खी है, वहाँ नरक है।


 


प्रश्न 7    'नमस्ते' का क्या अर्थ है? मिलने पर हम 'नमस्ते' ही क्यों करें?


उत्तर-    'नमस्ते' का अर्थ है-"मैं आप का यथायोग्य सम्मान प्रकट करता हूँ।" इसके अनुसार बड़ों के प्रति छोटे आदर-सम्मान करते हैं और बड़े उन्हें आशीर्वाद और शुभकामनाएँ देते हैं


 


प्रश्न 8     क्या श्राद्ध वेद अनुकूल है?


उत्तर-    आज श्राद्धों में ब्राह्मणों को खाना खिलाकर यह समझा जाता है कि जो खाना हम खिला रहे हैं वे हमारे पूर्वजों को मिल जायगा। यह हास्यपाद है। शरीर तो भस्म हो गया तो खाना किसको। आत्मा के तो कुछ खाने का प्रश्न ही नहीं है। हां, हम श्राद्ध करें तो निम्न प्रकार से:-


            क. जीवित माता पिता का उनकी सेवा से और आज्ञा पालन से |


            ख. मृत पूर्वजों का श्राद्ध उनकी स्मृति दिवस के रूप में मनाए जिससे कि बच्चों को अपने पूर्वजों की जानकारी हो जायेगी |


 


प्रश्न 9     गंगा आदि नदियों में नहाने से क्या पाप धुल जाते हैं?


उत्तर-     नहीं, ऐसा नहीं है। इनके किनारे अनेक ऋषि-मुनियों की घोर तपस्या के कारण वे स्थान हमारे लिए तीर्थ-स्थान बन गए हैं। परन्तु किसी भी नदी में स्नान करने से शरीर धुल सकता है,पर पाप नहीं। पापया पुण्य कर्मो का फल तो अवश्य मिलना ही है


 


प्रश्न 10    आर्यों के मूल स्थान के विषय में विदेशियों के क्या विचार है? उन में क्या त्रुटियाँ हैं?


उत्तर-       विदेशी लेखकों का यह कहना कि आर्य लोग बाहर से आए थे ये बिल्कुल गल्त है, इससे वे यह सिद्ध करना चाहते है के आर्य भी उन्की तरह ही आक्रमण कारी थे। उत्तर तथा दक्षिण भारत के लोगो बीच भेदभाव पैदा करने की ये उनकी चाल है।


 


प्रश्न 11    क्या प्राचीन काल में आर्य लोग अनपढ़ और गँवार थे?


उत्तर-      नहीं। विज्ञान और विद्या के क्षेत्र में आज से भी अधिक शिखर पर पहुँचे हुए थे। आयुर्वेद चिकित्सा-पद्धति, रामायण, महाभारत आदि ग्रन्थों में शस्त्र-अस्त्रों और विमान आदि का वर्णन इस बात का प्रमाण हैज्योतिष, गणित आदि विषयों में भी प्राचीन आर्य-लोग निपुण थे |


 


प्रश्न 12    ईश्वर तथा भगवान में क्या अंतर है ?


उत्तर-      ईश्वर वह ओ३म है। जो सर्वव्यापक, सर्वशक्तिमान, अनादि है किन्तु भगवान हम किसी भी महापुरूष को कह सकते है जैसे भगवान श्री राम भगवान श्री कृष्ण आदि


 


 


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