पहला सुख निरोगी काया,स्वस्थ्य रहने के सामान्य नियम

।।।अच्छे स्वास्थ्य के लिए।।।


     सुबह सूर्योदय से पहले 20मिनट पहले एवं 20मिनट बाद तक सैर करें। पहले 5 मिनट धीरे -धीरे उसके अगले 15 मिनिट मध्यम तेज गति से उसके अगले 15 मिनिट और अधिक तीव्र गति से एवं आखरी के 5 मिनिट धीरे धीरे होते हुए समाप्त करें। इसके करने से हृदय मस्तिष्क ब्लड सर्कुलेशन बहुत ही अच्छा रहता है।शाम का घूमना अधिक लाभकारी नहीं है।।।।


     सुबह की व्यायाम प्राणायाम आसान सबसे अधिक लाभकारी है।


        दूध वाली चाय बहुत ही हानिकारक है। अदरक लौंग काली मिर्च के साथ बिना दूध की चाय पी सकते हैं। वैसे चाय पीने की आदत नहीं हो वही अच्छा है।अदरक लौंग तुलसी हल्दी पाउडर का काढ़ा पीने से कफ खांसी गले के रोग ठीक होते हैं।


      सिर में नारियल सरसो तिल अथवा गाय के घी की थोड़ी देर मालिश करने से टेंशन रिलीज होता है।नाक में बादाम रोगन अथवा गाय के घी की दो दो बूंद डालने एवं मालिश करने से सिर की मालिश करने से मस्तिष्क अच्छा रहता है मेमोरी शार्प रहती है टेंशन दूर हो जाता है। मालिश अंगुलियों के पोरों से हल्की हल्की करें बहुत वजनदार एवं धीरे-धीरे करें।


     सात्विक मनोरंजन  पर्यटन संगीत मस्तिष्क हृदय को शक्ति प्रदान करते है।


      हितभुक्-ऋत् भुक् - मित् भुक् भोजन करें। भोजन इतना करें की डकार न आए पसीना आने न आने पाए ठूंस कर खाने से आमाशय आंतें खराब हो जाती है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने कारण बनता है रक्त भी दूषित होता है।


भोजन के बाद ठंडे पेय कोल्डड्रिंक आईसक्रीम नहीं ले पाचनशक्ति खत्म होती है। गैस बदहजमी होती है। चाय-काफी से गैस बदहजमी पाचनशक्ति खत्म होती है।


भोजन के बाद 1 घंटे पहले या बाद हमेशा गुन -गुना पानी पीने से पेट हमेशा अच्छा रहता है। भोजन के तुरन्त बाद ठंडा पानी- बर्फ का पानी तो कभी भी नहीं पियें।


भोजन के बाद छाछ -मट्ठा-तक्र पीना बहुत ही अच्छा है।


रात्री में देशी गाय का ही दूध पीये यह बहुत उपयोगी है।


नहाते समय सबसे पहले पैरों से जंघा तक नहायें फिर दोनों हाथों को फिर पिठ एवं सिर को पानी डालकर मसल कर नहाये देखो तालाब या नदी में स्नान करने पर सबसे पहले पैरों से ही पानी में उतरते हैं कुदरत हमें बहुत कुछ सिखाती है। शुरुआत सिर की तरफ से करने पर हार्ट एवं मस्तिष्क के टिशुओं को अचानक टेम्परेचर घुटने से क्षति पहुंचती है । पैरों की तरफ से मस्तिष्क एवं हृदय सम टेम्परेचर में आ जाते हैं इसलिए शुरुआत पैरों से ही करें।


शाम को 10बजे सो जाओ गहरी नींद स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छी है ।


5बजे बाद अवश्य बिस्तर छोड़ दिया करें।


सुबह उठकर 1से2गिलास पानी हमेशा पियें पानी नार्मल या कुनकुना हों, ठंडा बिल्कुल नहीं।


योगासन -प्राणायाम -ध्यान-वेद का स्वाध्याय नित्य  ही करें।


आंखों बाल मस्तिष्क हृदय के लिए सर्वांगासन बहुत उत्तम है।।।


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